– नमो भारत के संचालन पर चहकी बहनें, रक्षाबंधन पर समय पर पहुंची बहनें
– 161 की गति पर दौड़ी नमो भारत, मोदीनगर से दिल्ली तक बहनों का सफर हुआ आसान
शारदा रिपोर्टर मेरठ। भैया अब कोई परेशानी नहीं है। अब ते में झट से आ जाया करूंगी। नमो भारत ट्रेन शुरू होने के बाद बहनों ने अपने भाइयों से कभी भी आने का वाद कर डाला। देश की पहली रीजनल रैपिड रेल यानी नमो भारत की सेवा रविवार से मेरठ से भी शुरू हो गई। रविवार को जहां लोगों ने पूरे जोश के साथ नमो भारत के सफर का आनंद लिया, वहीं सोमवार को रक्षा बंधन पर बहन और भाईयों ने अपनी कार और बाइक साउथ स्टेशन की पार्किंग में खड़ी करने के बाद दिल्ली तक के अपने सफर को ट्रेन से पूरा किया।
दिल्ली की तरफ से आने की दिशा में मेरठ के पहले स्टेशन मेरठ साउथ (भूड़बराल) से साहिबाबाद के लिए रविवार को दोपहर दो बजे ट्रेन रवाना हुई। खुशी और उमंग से उत्साहित यात्री ट्रेन में सवार हुए। मेरठ साउथ के बाद दूसरे स्टेशन मोदीनगर नार्थ पहुंचने के बीच जैसे ही 159 किमी प्रति घंटे की गति पकड़ी यात्री उछड़ पड़े। 161 किमी की गति पकड़ते हुए 29 मिनट में ही ट्रेन 42 किमी दूर साहिबाबाद पहुंच गई।
110 रुपये किराये में पहुंचे यात्रियों ने इसे अमूल्य और मेरठ के सबसे बड़ी उपलब्धि बताई। कई यात्री परिवार समेत पहुंचे थे जो सेल्फी में यादगार बना रहे थे। कुछ यात्रियों ने स्टैंडर्ड कोच तो कुछ ने इससे दोगुना किराये वाली प्रीमियम कोच में सफर किया।
24 मीटर ऊंचे प्लेटफार्म से मेरठ की जमीन को निहार कर उल्लास में थे। इस पल के साक्षी वे लोग भी थे जिनकी जमीन का अधिग्रहण इस स्टेशन के लिए हुआ था। हालांकि लोगों को एक कमी अनुभव हुई कि इसके शुभारंभ के लिए किसी समारोह का आयोजन नहीं हुआ। जनप्रतिनिधि या अधिकारी भी नहीं आमंत्रित किए गए। बहरहाल बिना निमंत्रण के कैंट विधायक अमित अग्रवाल स्टेशन पहुंचे और सामान्य यात्रियों के साथ उन्होंने भी टिकट लिया और प्रथम ट्रेन में रवाना हुए।
ये है तीसरे चरण की यात्रा
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के प्रथम कॉरिडोर दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर की लंबाई 82 किमी है। मेरठ से साहिबाबाद तक तीसरे चरण में यात्रा शुरू हुई है। सबसे पहले साहिबाबाद से दुहाई तक यात्रा सेवा की शुरूआत हुई थी उसके बाद दूसरे चरण में इस सेवा को बढ़ाकर मोदीनगर नार्थ तक किया गया था। प्रथम दोनों चरण के लिए हरी झंडी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिखाई थी।
नवंबर में होगा ट्रॉयल
इस कॉरिडोर पर ट्रेन संचालन का अगला चरण शताब्दीनगर स्टेशन से आनंद विहार स्टेशन तक का है। इस चरण के लिए नवंबर से ट्रॉयल शुरू हो जाएगा और जनवरी 2025 से यात्रियों के लिए सेवा शुरू कर दी जाएगी। वहीं पूरे कॉरिडोर पर यानी दिल्ली के सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक जून 2025 तक यात्रा शुरू करने का लक्ष्य है।
इसी पटरी पर दौड़ेगी मेट्रो, कई विशेषताओं वाली है ट्रेन
इसी पटरी पर ही मेरठ शहर के 23 किमी हिस्से में मेरठ मेट्रो भी दौड़ेगी। मेरठ शहर में कुल 13 स्टेशन हैं जिसमें से चार पर नमो भारत और मेट्रो दोनों रुकेंगी जबकि बाकी नौ स्टेशनों पर सिर्फ मेट्रो रुकेगी। छह डिब्बों वाली नमो भारत में प्रीमियम और स्टैंडर्ड दो तरह के कोच हैं। प्रीमियम का किराया स्टैंडर्ड से दोगुना है।
विधायक अमित अग्रवाल ने भी किया सफर
रविवार को मेरठ के साउथ स्टेशन से साहिबाबाद तक का सफर करने वालों में मेरठ कैंट विधायक अमित अग्रवाल भी यात्रियों में शामिल हुए। उन्होंने लाइन में लगकर टिकट लिया और तलाशी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद सफर पूरा किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यह मेरठ के विकास का सबसे अहम पायदान है।