– वन विभाग की टीम रेंज कार्यालय ले गई, मेडिकल के बाद जंगल में छोड़ा जाएगा
बिजनौर। मण्डावर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर सूजन गांव के जंगल में वन विभाग के पिंजरे में एक गुलदार कैद हो गया। गुलदार के पकड़े जाने से वन विभाग और आसपास के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वन विभाग की टीम गुलदार को अपने साथ ले गई है और उसके मेडिकल परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ने की तैयारी कर रही है।
दरअसल, बिजनौर जिले में पिछले काफी समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। गुलदार लगातार इंसानों और जानवरों पर हमला कर रहा था। इन हमलों में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। वन विभाग लगातार जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को गुलदार के हमलों से बचने के लिए सतर्क कर रहा था और उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह पिंजरे लगा रहा था।

ताजा मामला बिजनौर के मंडावर थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर सूजन गांव का है। यहां के किसान शांतनु पुत्र सुनील कुमार के खेत में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में मंगलवार सुबह यह गुलदार कैद हो गया। जैसे ही ग्रामीणों को गुलदार के पकड़े जाने की सूचना मिली, बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए।
सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम गुलदार को सुरक्षित रेंज कार्यालय ले गई। पकड़े गए गुलदार की उम्र लगभग 5 साल बताई जा रही है और यह मादा गुलदार है। वन विभाग अब उसका मेडिकल परीक्षण कर उसे जंगल में छोड़ने की तैयारी में जुट गया है।
बिजनौर के डीएफओ जय सिंह ने बताया कि पिछले दो दिनों में दो गुलदार, एक किंग कोबरा और एक रॉक पायथन का रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि गुलदार से बचाव के लिए वन विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। डीएफओ ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे खेतों में काम करने जाने से पहले सतर्क रहें और सावधानी बरतें।
मुरलीवाला के जंगल में गुलदार पिंजरे में कैद
मुरलीवाला गाँव के पास वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में एक गुलदार कैद हो गया है। गुलदार के पकड़े जाने से वन विभाग और स्थानीय ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बिजनौर की नगीना रेंज के अंतर्गत मुरलीवाला और आसपास के गाँवों में पिछले कुछ समय से गुलदार की चहलकदमी देखी जा रही थी। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में पिंजरे लगाए थे। दो दिन पहले मुरलीवाला गाँव के पास लगे एक पिंजरे में यह गुलदार फँस गया। ग्रामीणों, जिनमें विपिन यादव, अजय काम्बोज, संजय राणा, संगम चौहान और सुनील धस्माना शामिल हैं, ने बताया कि इस गुलदार ने कई पालतू और निराश्रित पशुओं पर हमला कर उन्हें अपना शिकार बनाया था। नगीना के रेंज अधिकारी प्रदीप शर्मा ने जानकारी दी कि पकड़ा गया नर गुलदार लगभग चार साल का है। गुलदार को पीलीडैम स्थित वन विभाग की चौकी लाया गया, जहाँ उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। परीक्षण के बाद उसे अमानगढ़ वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।

