– बिना नियुक्ति दिया जाता रहा वेतन, करोड़ों के गबन का आरोप।
गोंडा। बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण में सोमवार को बड़ा मोड़ आया। कोर्ट के आदेश पर नगर कोतवाली पुलिस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अतुल कुमार तिवारी समेत 8 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों में तत्कालीन वित्त एवं लेखा अधिकारी सिद्धार्थ दीक्षित, पटल लिपिक सुधीर सिंह, अनुपम पांडेय, अनामिका शुक्ला, भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय के प्रबंधक दिग्विजयनाथ पांडेय, प्रधानाचार्य और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं।
शिकायतकर्ता प्रदीप कुमार पांडेय ने कोर्ट में दी गई अर्जी में गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग में एक सिंडिकेट सक्रिय है, जो युवाओं की डिग्री का दुरुपयोग कर फर्जी नियुक्तियां करता है।
मामले की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि अनामिका शुक्ला को 2017 से वेतन दिया जा रहा था। जबकि 2020 में अनामिका ने खुद को बेरोजगार बताया था। जांच में खुलासा हुआ कि उनकी कोई नियुक्ति ही नहीं हुई थी, फिर भी वेतन जारी किया जा रहा था।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि इस तरह के फजीर्वाड़े से करोड़ों रुपए का गबन किया गया है। इससे पहले अनामिका ने भी नगर कोतवाली में अपने दस्तावेजों के दुरुपयोग की शिकायत दर्ज कराई थी।
नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उपनिरीक्षक शुभम दुबे को जांच सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।



