– शहरवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। दीपावली पर पटाखों के अवशेष के कारण शहर में सैंकड़ो टन कूड़ा जमा हो गया। शुक्रवार को भले ही अघोषित अवकाश नहीं था। लेकिन, नगर निगम के अधिकांश अधिकारी और कर्मचारी अघोषित अवकाश पर रहे। कूड़ा लेने के लिए वाहन डिपो से गाड़ी भी कम ही निकलीं। जिसके चलते शहरवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
दरअसल, दीपावली के पर्व को देखते हुए नगर निगम कर्मचारियों ने सफाई कार्य के बाद जगह-जगह रंगोली सजाई। जबकि, गुरुवार को दीपावली पर्व होने के चलते गुरुवार को शहर की सफाई नहीं की गई। जबकि, दीपावली पर्व के बाद शहर की सड़कों पर कूड़ा पसर गया है। हालांकि, शहर में प्रतिदिन 900 से एक हजार मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है।
लेकिन, दीपावली पर पटाखे जलाने जाने के बाद कूड़ा कई गुना हो गया है।
शहर में साकेत, पांडव नगर, प्रभात नगर, शास्त्री नगर, जागृति विहार, फूलबाग कालोनी, सूरजकुंड, बुढ़ाना गेट, घंटाघर, लाला का बाजार, सुभाष बाजार, खंदक बाजार, ब्रह्मपुरी, बागपत रोड जैन नगर, मलियाना, मोहकमपुर, सरस्वती लोक, माधवपुरम, कंकरखेड़ा, गंगानगर, पल्लवपुरम आदि इलाकों में सड़कों पर पटाखों, मिठाई के डिब्बों, कपड़ों के डिब्बे और अन्य कई सामानों का कचरा बिखरा पड़ा रहा।
दिवाली को लेकर देर रात तक चले पटाखों के कारण शहर में करीब ढाई हजार टन कूड़ा एकत्र हो गया है। जबकि, दीपावली के अगले दिन नगर निगम के अधिकतर सफाई कर्मचारियों की अघोषित छुट्टी होने के कारण सफाई नहीं हो सकी। हालांकि, शहर के कुछ इलाकों में गाड़ियों से कूड़ा उठाया गया। जबकि, कुछ स्थानों पर कर्मचारियों की उपस्थिति कम रहने से कूड़ा नहीं उठा। निगम अधिकारियों के अनुसार सफाई व्यवस्था थोड़ी प्रभावित रही।
दीपावली पर चार गुना हो गया कूड़ा
आम दिनों में करीब 900 से 1000 टन कूड़ा निकलता है। दिवाली पर यह चार गुना से भी ज्यादा हो जाता है। दरअसल, लोग घरों की सफाई कर पुराना कूड़ा कचरा सब बाहर निकाल देते हैं। पटाखों के कारण भी कूड़ा जमा हो जाता है। वैसे दिवाली के अगले दिन अघोषित तौर से सफाई कर्मचारियों का अवकाश रहता है। इस कारण कर्मचारियों की संख्या कम दिखी। डोर टू डोर कूड़ा गाड़ी जगह जगह कूड़ा उठाते हुए देखी गई। अगले कुछ दिनों में शहर में सफाई के स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।