आंध्र प्रदेश: ये बस हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही थी, तभी अचानक आग की लपटें उठने लगीं। कुछ देर में ही पूरी बस जलकर राख हो गई। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, बस में लगभग 40 यात्री सवार थे। जिनमें से कई यात्री आपातकालीन निकास द्वार तोड़कर बाहर निकलने में सफल रहे, जबकि कई लोग आग की चपेट में आने से झुलस गए और बाद में उनकी मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के चिन्नातेकुर के पास एक निजी बस में बाइक से टक्कर के बाद आग लग गई।
हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक सूचना के अनुसार, हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही इस बस में कम से कम 40 लोग सवार थे। टक्कर के बाद मोटरसाइकिल बस के नीचे आ गई और इसके ईंधन टैंक का ढक्कन खुल गया जिससे आग लग गई। कुरनूल संभाग के पुलिस उप महानिरीक्षक कोया प्रवीण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘19 यात्री, दो बच्चे और दो चालक इस दुर्घटना में बाल-बाल बच गए।” सूत्रों के अनुसार, हादसे के बाद से ड्राइवर मौके से फरार है।
20 यात्री खिड़की तोड़कर कूदे
पुलिस ने बताया कि शॉर्ट सर्किट के कारण बस का दरवाज़ा जाम हो गया और कुछ ही मिनटों में बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही 20 यात्री खिड़कियां तोड़कर बस से बाहर कूद गए। हादसे में 19 लोगों की मौत हो गई है। करीब 20 लोगों को बचा लिया गया है और उनका इलाज चल रहा है। जबकि, लापता यात्रियों को ढूंढने और पीड़ितों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
हादसे की जानकारी देते हुए डॉ. ए. सिरी, ज़िला कलेक्टर, कुरनूल ने बताया कि हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही कावेरी प्राइवेट ट्रैवल्स बस में 41 यात्री सवार थे, 24 तारीख की सुबह, लगभग 3:00-3:10 बजे, बस एक मोटरसाइकिल से टकरा गई, जिससे ईंधन रिसाव हुआ और दुर्घटना हुई, 21 यात्री सुरक्षित बताए गए हैं। शेष 20 में से 11 शवों की पहचान हो गई है. बचे पीड़ितों की पहचान के प्रयास जारी हैं। वहीं, कुरनूल के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल ने बताया कि यह एक एसी बस थी, इसलिए यात्रियों को खिड़कियां तोड़नी पड़ीं। जो भी शीशे तोड़ पाए, वे सुरक्षित हैं।
साल 2013 में भी हुआ था ऐसा हादसा
इसी मार्ग पर साल 2013 में भी एक ऐसा ही हादसा हुआ था। जब वोल्वो बस जलकर खाक हो गई थी। हादसे में 45 लोगों की जान चली गई थी। उसके बाद आंध्र प्रदेश सीआईडी द्वारा की गई जांच में डिज़ाइन संबंधी कई खामियां सामने आईं थी।



 
