अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों पर नकेल कसने की तैयारी,
मरीजों के साथ नहीं होगी धोखाधड़ी।
शारदा न्यूज, मेरठ। जिले में कुकुरमुत्तों की तरह चल रहे अवैध अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। अब सभी अस्पतालों को अस्पताल का पंजीकरण नंबर व स्टॉफ का पूरा विवरण अस्पताल के बाहर पीले रंग के बोर्ड पर काले रंग के अक्षरों से दर्शाना होगा। सीएमओ ने अपनी जांच में ऐसे कई अस्पतालों को नियमों का पालन करते नहीं पाया जिसके बाद उन्होंने यह गाइडलाइन जारी की है।
सीएमओ ने बताया किसी भी अस्पताल का पंजीकर जनहित गारंटी पोर्टल पर किया जाता है। यूपी क्लीनिक एस्टैबलेशमेंट रजिस्ट्रेशन एण्ड रेगुलेशन रूल्स 2016 में डिस्प्ले आॅफ इंफॉर्मेशन के अंतर्गत चिकित्सा परिसर में अपनी चिकित्सा इकाई का रजिस्ट्रेशन नंबर संचालक का नाम, बैडो की संख्या, औषधि की पद्धति व चिकित्सालय द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के साथ चिकित्सक, नर्स आदि का विवरण 15 वर्गफुट के डिस्प्ले बोर्ड जिसका बैकग्राउंड पीला व हिन्दी के अक्षरो से जिन्हें काले रंग से लिखा गया है मुख्य द्वार पर लगाना होगा।
– सीएमओ ने कराया था भौतिक निरीक्षण
एक माह से सीएमओ ने जिले में चल रहे सभी अस्पतलों का भौतिक निरीक्षण कराया था जिसमे कई अस्पतलों में नियमों का पालन नहीं होता पाया गया। इसके बाद सीएमओ ने बारह अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। जबकि अन्य सभी अस्पतालों के लिए दिशा-निर्देश जारी कर नियमों का पालन करने को कहा है।
– अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों पर कसेगा शिकंजा
सीएमओ को लंबे समय से शिकायते मिल रही थी जिनमेंं जिले के ग्रामीण इलाकों व तहसीलों में दर्जनों अस्पताल अवैध रूप चल रहे है। इन अस्पतालों में न तो रजिस्टर्ड चिकित्सकों का कोई विवरण है न ही स्टॉफ का। जबकि कई अस्पतालों की बिल्डिंगे भी मानकों के अनुरूप नहीं है। ऐसे अस्पतालों पर नकेल कसने के लिए सीएमओं ने यह कदम उठाया है।