शारदा रिपोर्टर मेरठ। कूड़ा निस्तारण को लेकर 2017 से आरटीआई एक्टिविस्ट लोकेश खुराना की तरफ से दायर शिकायत पर वाद चल रहा है। जिसमें मार्च 2025 में एनजीटी नगर निगम पर पांच करोड़ रुपये का जुर्माना लगाकर जिलाधिकारी से वसूली के लिए आदेश दे चुका है। बावजूद इसके नगर निगम आज तक भी कूड़ा निस्तारण प्लांट नहीं लगा सका। इसी लापरवाही का दंश पूरा शहर ही नहीं बल्कि देहात का क्षेत्र भी झेल रहा है।
एनजीटी में अब फिर सुनवाई की तिथि आते ही नगर निगम की नींद टूटी और पॉर्कलेन मशीन लगाकर कार्य प्रगति पर है का दिखावा दिखाने के लिए फोटो और वीडियो बनवाने शुरू कर दिए।
बदल गए सात नगर आयुक्त: कूड़ा निस्तारण के मामले को लेकर आठ साल में सात नगर आयुक्त बदल चुके हैं। निगम पर जुर्माना भी लग चुका है। लेकिन कूड़े का निस्तारण नहीं हो सका है। इसका मुख्य कारण नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार है। कमीशन के फेर में कोई भी कंपनी यहां पर प्लांट लगाने से कतरा रही है।



