– 10 कदम चला, फिर लड़खड़ाकर गिर पड़ा
बहराइच। आदमखोर भेड़िए को वन विभाग के शूटर ने एनकाउंटर में मार गिराया। पेट में गोली लगने के बाद भेड़िया करीब 10 कदम चला, फिर लड़खड़ाकर गिर पड़ा। दरअसल, भेड़िए ने बुधवार रात महिला और दो बच्चों पर हमला किया था। इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी।
डीएफओ अजीत सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और भेड़िए की तलाश शुरू की। टीम ने भेड़िए को घेरकर पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उसे पकड़ नहीं पाई। इसके बाद सुबह चार बजे शूटर ने उसे गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मामला कैसरगंज तहसील के भिरगू पुरवा गांव का है।
वन संरक्षक डॉ. सम्मारन ने बताया कि यह दूसरा भेड़िया है जिसका एनकाउंटर हुआ है। इससे पहले 28 सितंबर को एक भेड़िया मारा गया था। वन विभाग के मुताबिक, कुल चार भेड़िए हमले कर रहे थे, जिनमें से दो को मार गिराया गया है। तीसरा गोली लगने से घायल है, जबकि चौथा अब तक नजर नहीं आया है।
इस साल भेड़ियों के झुंड ने छह लोगों की जान ले ली है, जबकि 30 लोग हमलों में घायल हुए हैं। भेड़ियों को मारने के लिए अयोध्या और उन्नाव से शूटर बुलाए गए हैं। थर्मल ड्रोन से भेड़िए पर नजर रखी जा रही है।
देवीपाटन प्रभाग के वन संरक्षक डॉ. सम्मारन ने बताया, ‘पांच टीमों में कुल 20 लोग भेड़िए की तलाश कर रहे थे। ट्रेंकुलाइजर और जाल वाली टीमें भी शामिल थीं। पहले ट्रेंकुलाइजर से भेड़िए को पकड़ने की कोशिश की गई।
मगर 8 घंटे तक पकड़ में नहीं आया। इसके बाद शूटर ने उसे गोली मार दी। भेड़िए का शव बहराइच के वन विभाग कार्यालय में रखा गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।’
भेड़िए के मारे जाने के बाद ग्रामीणों ने ऊऋड गाजीपुर अजीत प्रताप सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए। ऊऋड ने भेड़िए के साथ फोटो भी खिंचवाई। वे पहले बहराइच के महसी इलाके में तैनात थे, जहां 2024 में भेड़ियों के झुंड ने 9 लोगों की जान ली थी। उस दौरान उन्होंने छह भेड़ियों को पकड़ा था। इस बार भी उन्हें गाजीपुर से विशेष रूप से बुलाया गया है।
तीन दिन पहले कैसरगंज तहसील क्षेत्र में वन विभाग की टीम ने एक भेड़िए का हाफ एनकाउंटर किया था। उसके पैर में गोली लगी थी। इसके बाद वह लंगड़ाते हुए खेतों की तरफ भाग गया था। इसकी तस्वीर भी सामने आई थी।
भेड़िया पकड़ में न आए तो गोली मार दो: योगी
27 सितंबर को सीएम योगी ने बहराइच में भेड़िए से प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया था। भेड़ियों के हमलों में मारे गए और घायल मासूमों के परिवारों से मुलाकात की थी। सीएम ने कहा था- अगर भेड़िया पकड़ में न आए तो उन्हें शूट कर दिया जाए।