– बोगस फर्म के दस्तावेज मिले, करीबियों पर भी छापेमारी, महंगी गाड़ियां दूसरों के नाम
संभल। इंडियन फ्रोजन फ्रूट के मालिक इमरान-इरफान ब्रदर्स के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी 75 घंटे से जारी है। इस कार्रवाई में बोगस फर्मों के दस्तावेज मिलने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। छापेमारी में 70 वाहनों से 120 से अधिक अधिकारी शामिल हैं, जिनके लिए भोजन की व्यवस्था होटल से की जा रही है।
गुरुवार सुबह 9 बजे शुरू हुई यह छापेमारी संभल कोतवाली क्षेत्र के चिमयावली स्थित फैक्ट्री और हयातनगर के सरायतरीन के भूड़ा स्थित आवास पर चल रही है। दोनों स्थानों पर पीएसी तैनात की गई है। बोगस फर्मों के खुलासे के बाद विभाग ने करीबियों के ठिकानों पर भी छापेमारी शुरू की थी।
संभल कोतवाली क्षेत्र के नाला स्थित ससुराल, चंदौसी के मोहल्ला कुरेशियान निवासी समधी ताहिर कुरैशी, दामाद हन्नान और अकाउंटेंट के यहां छापेमारी अब बंद हो गई है। हालांकि, इमरान के करीबी दोस्त और मैनेजर के ठिकानों पर कार्रवाई अभी भी जारी है। टीम को इन जगहों से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिनके आधार पर अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की गई, जहां से कुछ और कागजात बरामद हुए हैं।
मैनेजर,अकाउंटेंट और कई अन्य लोगों के नाम पर महंगी गाड़ियां दर्ज हैं, जिसकी क्षेत्र में काफी चर्चा है। संभल और आसपास के सीए का मानना है कि इतनी लंबी आयकर कार्रवाई पहले कभी नहीं देखी गई।
आयकर विभाग की टीम को घर और फैक्ट्री से कुछ डायरियां मिलने की भी खबर है। चर्चा है कि इन डायरियों में अधिकारियों से लेकर नेताओं तक के नाम हैं। एक डायरी में फैक्ट्री की गाड़ियों का निजी कार्यों के लिए अधिकारियों द्वारा उपयोग किए जाने का विवरण है, जिसमें तारीख के अनुसार उन सभी अधिकारियों के नाम लिखे हैं जिन्होंने इन गाड़ियों का इस्तेमाल किया।
इमरान, रिजवान व रिहान के खिलाफ हापुड़ के रावत अली ने 68 लाख रुपये के लेनदेन में देरी करने और जान से मारने की धमकी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वहीं बुलंदशहर के थाना सलगवां निवासी राजपाल सिंह ने भैंस चोरी होने के मामले में रामपुर के मिल्क सीकमपुर थाना टांडा निवासी आमिर शेखजादा एवं इंडियन मीट फैक्ट्री के मालिक एवं प्रबंधन सदस्यों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।