– भोपाल-बंगाल के एक्सपर्ट जंगल में तलाश रहे भेडिया, हमले में पांच घायल।
बहराइच। आदमखोर भेड़िया का वन विभाग की टीम ने हाफ एनकाउंटर किया है। टीम ने भेड़िए पर फायरिंग की, गोली उसके पैर में लगी। इसके बाद वह लंगड़ाते हुए खेतों की तरफ भाग गया। भोपाल और बंगाल से आए एक्सपर्ट घायल भेड़िए की तलाश कर रहे हैं।
दरअसल, भेड़िए ने शनिवार को पांच लोगों पर हमला कर दिया था। हमले में एक महिला और 4 बच्चे घायल हो गए। भेड़िए ने घर के बाहर खेल रही बच्ची की गर्दन दबोच ली थी। बच्ची की चीख सुन आस-पास के लोगो दौड़े। भेड़िया बच्ची को छोड़कर भाग गया। बच्ची खून से लथपथ हो गई। मां ने उसे गोद में उठाया, तुरंत अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टर ने गंभीर स्थिति देख उसे लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।
सूचना वन विभाग की टीम गांव में पहुंची। देर रात एक भेड़िए को गोली मार दी। लेकिन घायल भेड़िया भाग निकला। जिसका ड्रोन वीडियो सामने आया है। जिसमें भेड़िया लंगड़ाते हुए भागता दिख रहा है। कुछ दिन पहले सीएम योगी ने भेड़िए को मारने के लिए आदेश दिया था।
पूरा मामला कैसरगंज तहसील क्षेत्र के केलहा पुरवा, मंझारा तौकली का है। यहां भेड़िए का आतंक जारी है। भेड़िए ने शनिवार को मंझारा तौकली के अलग-अलग मजरों में पांच लोगों पर हमला कर दिया। भेड़िए ने शनिवार सुबह बलराजपुरवा में लालजी की पत्नी दुर्गावती (40) घर में सोते समय हमला कर दिया।
उनके हाथ में भेड़िए के दांत के निशान मिले। जिनका इलाज कराया गया। थोड़ी देर बाद भेड़िए ने बहराइचनपुरवा में हेमराज की बेटी मेनका (4), श्यामदेवपुरवा में रामकिशन की बेटी मीना कुमारी (13) को घायल कर दिया। खैरी लोनिया में चंद्रसेन (4) के पीठ पर हमला किया। सभी का कैसरगंज सीएचसी में इलाज कराया गया।
केलहापुरवा गांव की रहने वाली शिवकुमारी ने बताया, मेरी बेटी पुष्पा (7) घर के बाहर खेल रही थी। मेरे पति बाहर गए थे। मैं घर का काम कर ही थी। तभी बेटी के चीखने की आवाज आई। मैं भागकर बाहर आई तो देखा भेड़िए ने बेटी का गला दबोच रखा था। मैं शोर मचाने लगी। इतने में गाव के लोग भी आ गए।
भीड़ देख भेड़िया खेत की तरफ भाग गया। मैं बेटी के पास गई। तुरंत उसे गोंद में उठा लिया। थोड़ी ही देर में उसका पूरा शरीर खून से लथपथ हो गया। मैं गांव के लोगों के साथ उसे कैसरगंज सीएचसी लेकर गई। जहां डॉक्टर ने उसकी हालत गंभीर देख लखनऊ रेफर कर दिया। परिजन बच्ची को लेकर लखनऊ गए। जहां उसका इलाज चर रहा है। बच्ची अभी कुछ बोल नहीं रही है। उसके गले में भेड़िए के दांत घुस गए थे। बहुत खून बह रहा था।
ग्रामीणों ने बताया कि हमले की सूचना वन विभाग को दी गई। शनिवार शाम टीम गांव में पहुंची। देर रात वन विभाग की टीम ने मंझारा तौकली क्षेत्र में एक भेड़िए पर गोली चलाई, जो घायल होकर भाग निकला। ड्रोन कैमरे में वह लंगड़ाते हुए कैद हुआ है।
अब तक भेड़िए के हमलों में चार मासूमों समेत छह लोगों की जान जा चुकी है। जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा कर भेड़िए को पकड़ने या शूट करने के निर्देश दिए थे, इसके बावजूद हमले जारी हैं।
डीएफओ राम सिंह यादव ने बताया, मझारा तौकली के मजरा कोनिया में भेड़िए की मौजूदगी की सूचना पर टीम पहुंची थी। उसी दौरान एक भेड़िया भागता दिखाई दिया, जिस पर शूटर ने फायरिंग की। गोली उसके पैर में लगी, लेकिन वह भागने में सफल रहा।
भेड़िए की पहचान ड्रोन कैमरे से हो चुकी है और उसे पकड़ने के लिए वन विभाग की 20 से अधिक टीमें लगातार कांबिंग कर रही हैं। इस अभियान में भोपाल और बंगाल से बुलाए गए विशेषज्ञ भी शामिल हैं, जो स्थानीय टीमों के साथ मिलकर इस आदमखोर भेड़िए को पकड़ने या मार गिराने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।