– तीमारदारों ने लगाया एक घंटा इंतजार करने का आरोप, स्पेशल वार्डों पर ताला लगा है।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। हायर सेंटर कहे जाने वाले एलएलआरएम मेडिकल अस्पताल में अव्यवस्थाओं और मरीजों को होने वाली परेशानियों के कारण लगातार चचार्ओं में रहता है। कभी अस्पताल में एक बेड पर दो मरीजों का इलाज चलता है तो कभी बेड की जगह कुर्सी पर इलाज शुरू कर दिया जाता है।
मरीज मुन्नी निवासी कांच का पुल गली नंबर तीन मेरठ निवासी मरीज के तीमारदार ने बताया कि एक घंटे तक वे मेडिकल की इमरजेंसी में भर्ती होने के लिए अपने मरीज के साथ बैठे रहे । बेड खाली होने के बाद भी उनके मरीज की कागजी कार्यवाही होने तक उनको बेड नहीं मिला और कुर्सी पर बैठाकर उनको आॅक्सीजन का दिया गया ।
तीमारदार के रूप में मौजूद महिला जो मरीज की बेटी थी उसने बताया कि एक घंटे की कागजी कार्यवाही के बाद भी उनको बेड नहीं मिला । प्रबंधन का कहना था कि पर्चा काफी नहीं पहले आप फाइल तैयार कीजिए तब आपको बेड मिलेगा।
पिछले चार दिन पहले भी एक मरीज को भर्ती होने के लिए तीन घंटे इंतजार करना पड़ा था इसके बाद छात्र नेता विनीत चपराना के कहने पर मरीज को भर्ती किया गया था । इसके बाद भी प्रबंधन और उच्च अधिकारियों द्वारा इन लापरवाहियों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
अस्पताल प्रबंधन और खासकर इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ की कार्य शैली पर लगातार मरीज और उनके तीमारदारों द्वारा आरोप लगते रहे है। जहां इमरजेंसी में डॉक्टर सोते रहते है और मरीज तड़पता रहता है ऐसे वीडियो वायरल होते हैं वहीं ऐसे कुर्सी पर इलाज चलना भी अस्पताल की कार्य शैली पर सवाल उठता है।
मेडिकल की इमरजेंसी में बने डेंगू वार्ड और उसी में बनाए गए स्पेशल कांवड़ वार्ड में भी बेड की व्यवस्था है। इसके बाद भी बढ़ती संख्या और डेंगू का मरीज न होने के बाद भी वह बेड किसी अन्य मरीज को न देकर उनपर ताले लगाए हुए हैं। जबकि जिला अस्पताल में डेंगू के मरीज न होने पर उस वार्ड में अन्य मरीज भर्ती किए गए हैं।