Tuesday, October 14, 2025
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बारिश के बाद जर्जर सड़कें बन रही हादसों का कारण, मेरठ शहर में सड़कों में बन गए गहरे गड्ढे

  • देहात के इलाकों की भी हालत बिगड़ी।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। शहर में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जिसके चलते ना केवल जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जबकि, बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए डीएम डा वीके सिंह ने आठवीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टी कर दी है। हालांकि, लगातार बारिश होने से मौसम सुहाना बना हुआ है। लेकिन बार-बार हो रही बारिश के चलते शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव की स्थिति गहरा गई है। झमाझम बारिश के बाद कहीं पेड़ टूटकर गिर गये है। जबकि, शहर की अधिकांश सड़कों की हालत जर्जर हो चुकी है। जिसके चलते शहरवासियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

 

 

नीचले इलाकों के साथ ही वीआईपी एरिया में भी सड़कें बदहाल हो चुकी है। सदर बाजार, रजबन, लालकुर्ती, गंगा नगर, मंगल पांडे नगर, जाग्रति विहार, शास्त्री नगर, दिल्ली रोड, बागपत रोड़, इस्लाम नगर और बेगमबाग जैसे विभिन्न इलाकों में सड़कें जर्जर हैं, जिनमें गड्ढे हैं और जलभराव की समस्या बारिश के बाद पैदा हो गई है। जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी हो रही है, खासकर बच्चों को स्कूल जाने वालों को।भुमिया पुल रोड जैसी मुख्य सड़कों की भी मरम्मत नहीं हुई है और नगर निगम को शिकायतें मिलने के बावजूद समाधान नहीं हुआ है।

पांच साल से टूटी सड़क पर जलभराव और गंदगी का साम्राज्य है, जिससे स्थानीय निवासियों को गंदगी के बीच से गुजरना पड़ता है। बेगमबाग यह पुराना और पॉश इलाका चोक नालियों और टूटी सड़कों के कारण बदहाली का सामना कर रहा है, जहां करीब 6000 लोग बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रहे हैं।

 

 

जबकि भुमिया पुल रोड यह शहर के लिए एक महत्वपूर्ण बाईपास है, लेकिन इसकी मरम्मत न होने के कारण दिनभर जाम लगा रहता है। वहीं, जलभराव और गंदगी के कारण चोक नालियों और सीवेज की व्यवस्था ठीक न होने के कारण कई इलाकों में सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है। जिसके चलते स्थानीय निवासियों ने सड़कों और बुनियादी सुविधाओं की समस्या पर नगर निगम से कई बार शिकायत की, लेकर कोई समाधान नहीं हुआ। लोगों का कहना है कि, नगर निगम से अपेक्षा है कि, वह तुरंत सड़कों की मरम्मत करवाए और जल निकासी की व्यवस्था ठीक करे ताकि नागरिकों को इन समस्याओं से मुक्ति मिल सके।

भूड़बराल में जलभराव से परेशानी

गांव भूड़बराल में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मामूली बारिश या नलकूप के पानी से सड़कों पर जलभराव हो जाता है। इससे कीचड़ फैल जाता है और रास्ते बंद हो जाते हैं। गांव की मुख्य और आंतरिक सड़कों पर नालियों का अभाव है। कई स्थानों पर पानी दिनों तक जमा रहता है। स्कूली बच्चों को पढ़ाई के लिए और बुजुर्गों को अस्पताल या मंदिर जाने में कठिनाई होती है। जलभराव के कारण लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है। फिसलन से कई लोग चोटिल हो चुके हैं। आपात स्थिति में एंबुलेंस जैसी आवश्यक सेवाएं गांव तक नहीं पहुंच पाती हैं। सड़कों की स्थिति भी खराब होती जा रही है। ग्रामीणों ने इस समस्या के समाधान के लिए कई सुझाव दिए हैं। उनका कहना है कि गांव में सुनियोजित नाली प्रणाली का निर्माण होना चाहिए। पंचायत स्तर पर जल निकासी के लिए बजट आवंटित किया जाए।

गांव अलीपुर जिजमाना और किनानगर में भी है जलभराव

 

मेरठ। अलीपुर जिजमाना गांव में जलभराव ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। मुख्य रास्तों पर जमा गंदा पानी आवाजाही में बाधा बन रहा है। बरसात के बाद स्थिति और खराब हो गई है। स्कूली बच्चों को पढ़ाई से दूर रहना पड़ रहा है। मरीजों को अस्पताल ले जाने में परेशानी हो रही है। कीचड़ भरे रास्तों पर कई लोग फिसल कर चोटिल हो चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार ग्राम पंचायत प्रधान से मदद मांगी। लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। गांव के राजकुमार, नेत्रपाल और सुनील ने कहा कि रास्ते से गुजरना मुश्किल हो गया है। जलभराव से बीमारियां फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग की है। साथ ही रास्ते की मरम्मत की भी मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
किनानगर में सड़कों की हालत खराब
राजपुरा ब्लॉक स्थित किनानगर गांव की मुख्य सड़कों की स्थिति अत्यंत खराब है। गांव के मुख्य चौराहे पर सड़कें गड्ढों से भरी हुई हैं। इन गड्ढों के कारण आम नागरिकों को आवागमन में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को इन सड़कों से गुजरने में अधिक परेशानी हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़कों की मरम्मत की तत्काल आवश्यकता है।

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