- स्कूल वैन चालक ने चार साल की बच्ची से किया दुष्कर्म
- वैन चालक कई दिनों से कर रहा था अश्लील इशारे, हुई मामले को दबाने की कोशिश।
लखनऊ। चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है। स्कूल वैन चालक ने यह हैवानियत की। शिकायत के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया । चार साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले में पुलिस की प्रारंभिक जांच में काफी कुछ चौंकाने वाला पता चला है। पुलिस के अनुसार आरोपी वैन चालक मोहम्मद आरिफ काफी समय से बच्ची पर गंदी नजर रखे था। कई दिनों से वैन में ही उससे अश्लीलता कर रहा था, लेकिन मासूम बच्ची उसकी गंदी नीयत नहीं भांप सकी।
एसीपी गाजीपुर अनिद्य विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी के आपराधिक इतिहास के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। केस में नामजद स्कूल प्रबंधक संदीप कुमार की भूमिका की जांच की जा रही है। जांच में प्रबंधक के खिलाफ कोई साक्ष्य मिलता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार दुष्कर्म के दौरान बच्ची के विरोध पर आरोपी ने उसको मारपीट कर डराया भी था। इस वजह से मासूम बहुत ज्यादा सहम गई थी। अभी भी वह दहशत में है। बमुश्किल उसने किसी तरह से चालक की करतूत अपनी मां को बताई। तब जाकर चालक पुलिस की गिरफ्त में आया है।
इतनी बड़ी वारदात में स्कूल प्रबंधन का रवैया बहुत ही संवेदनहीन रहा। प्रबंधन लगातार इस प्रयास में लगा रहा कि किसी तरह से मामला दब जाए। यही वजह है कि जब परिजनों ने प्रबंधन से शिकायत की थी तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। उल्टे पीड़िता के परिजनों को प्रबंधक हिदायत देने लगे। प्रबंधक को रवैया देखने के बाद परिजन पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर कुछ ही घंटे में आरोपी को दबोच लिया।
जनवरी 2024 में शासन ने स्कूली वाहनों में बच्चों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का आदेश जारी किया था। कैमरे लगाने के लिए तीन माह का समय भी दिया गया था। अब स्कूल वैन में चार साल की मासूम बच्ची से हुए दुष्कर्म की इस घटना ने स्कूली वाहनों में कैमरों की सच्चाई की पोल खोल दी है। पुलिस के सूत्र बताते हैं कि घटना में प्रयोग वैन में कोई कैमरा नहीं लगा था। यदि कैमरा लगा होता तो शायद आरोपी चालक मो. आरिफ बच्ची से गलत हरकत करने की हिम्मत नहीं करता।
बच्ची की मां ने जब आरोपी आरिफ से इस बारे में बात कही तो वह भड़क गया। वह बोला कि अगर तुम लोगों ने कुछ भी कहा और किया तो बच्ची को गायब कर दूंगा। पूरा परिवार खामियाजा भुगतेगा। आरोपी ने पीड़ित परिवार पर दबाव बनाने का पूरा प्रयास किया लेकिन परिजन दबे नहीं। हिम्मत दिखाते हुए पुलिस के पास पहुंचे। पूरी घटना बताई और आरोपी पर कार्रवाई करवाई।
वैन बरामद नहीं
वैन की बरामदगी बेहद अहम है क्योंकि घटना उसी में हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपी को जेल भेज चुकी है। एसीपी का कहना है कि आरोपी ने पूछताछ में कुछ अहम जानकारी दी थी, उसी आधार पर वैन की तलाश की जा रही है। अगर कोई साक्ष्य छिपाने या मिटाने का प्रयास करता है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।