अयोध्या: महाकुंभ की वजह से भक्तों की भारी भीड़ अयोध्या पहुंच रही है। इसको देखते हुए 11 फरवरी तक के सभी वीआईपी पास फुल हो गए हैं। 12 फरवरी को पास की व्यवस्था नहीं होगी।
राम मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 20 दिनों में रामलला के दरबार में 50 लाख से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं। रोजाना तीन लाख श्रद्धालु रामलला के दरबार में पहुंच रहे हैं। वहीं वीआईपी दर्शन की भी होड़ है। 11 फरवरी तक राम मंदिर के वीआईपी पास फुल हो चुके हैं। जबकि 12 जनवरी को माघी पूर्णिमा स्नान के दिन वीआईपी दर्शन के पास जारी करने पर रोक रहेगी। वहीं बढ़ती भीड़ को देखते हुए दर्शन की अवधि फिर बढ़ा दी गई है।
शनिवार को सुबह पांच बजे से रात 12 बजे तक दर्शन हुए। सोमवार को भी मंदिर सुबह पांच बजे ही खोल दिया गया। इस सुबह चार बजे से ही रामलला के मंगला आरती शुरू हो जाती है। इसके बाद पांच बजे से मंदिर निरंतर रात 11 बजे तक खोला जा रहा है। वहीं राम मंदिर में रोजाना करीब चार हजार लोग वीआईपी दर्शन कर रहे हैं। आम दिनों में यह संख्या दो हजार के आस-पास होती थी। वीआईपी दर्शन के लिए राममंदिर ट्रस्ट की ओर से सात स्लॉट निर्धारित किए गए हैं। हर स्लॉट में सीमित संख्या में पास जारी किए जाते हैं।
राम मंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि वीआईपी दर्शन के सभी स्लॉट दो से तीन दिन पहले ही बुक कर लिए जा रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अग्रिम
बुकिंग की सुविधा की गई थी। अभी 11 जनवरी तक के सभी स्लॉट फुल हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि 12 जनवरी को माघ पूर्णिमा का स्नान है, लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की संभावना है। इसलिए 12 जनवरी के दिन वीआईपी पास जारी करने पर रोक रहेगी।
रामगुलेला से रामजन्मभूमिपथ को जोड़ने वाले रास्ते को लंबे समय से बंद रखा गया है। यह रास्ता भी राम मंदिर की भीड़ को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाता था। बताया गया कि सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है इसलिए सड़क को बंद किया गया है। वही अमावा मंदिर के बगल से रामजन्मभूमि पथ की ओर केवल सुगम पास धारकों को ही भेजा जाता है। इस रास्ते का प्रयोग भी भीड़ नियंत्रण के लिए किया जा सकता है। यह रास्ता खुलने से स्थानीय दुकानदारों को भी लाभ होगा, श्रद्धालु इधर आएंगे तो खरीदारी भी बढ़ेगी।