शारदा रिपोर्टर मेरठ। सदर दुगार्बाड़ी स्थित श्री 1008 भगवान पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर के भूतल पर स्थित भगवान महावीर स्वामी की वेदी के समक्ष मेरठ में प्रथम बार चल रहे 48 दिवसीय महान भक्तामर विधान के सतरहवें दिवस आज के सौधर्म इंद्र सुरेश चंद जैन रहे।
विधान के सतरहवें श्लोक के बारे में विधान करा रहीं स्वीट्स दीदी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया कि सौरमंडल का सूर्य तो फिर भी रात्रि में छिप जाता है राहु भी उसको ग्रसित कर लेता है लेकिन तीर्थंकर भगवान का इतना तेज होता है कि उनके प्रकाश पुंज से उनके ज्ञान मे न केवल भूमि पर स्थित गुफाएं भी प्रकाशित रहती हैं अपितु इस धरती के नीचे स्थित परमाणु भी प्रकाशमान हो जाते हैं।
श्रद्धालुओं को यदि समयक दर्शन की प्राप्ति करनी है तो उन्हें आचार्यों या गुरुओं के मुख से शास्त्र श्रवण करने चाहिए। विधान के सफल आयोजन के लिए विनोद जैन मनीष जैन रेखा जैन आदि अतुलनीय परिश्रम कर रहे हैं।