राजनीति में महिलाओं पर बेलगाम होकर की जा रही अभद्र टिप्पणियां।
ज्ञान प्रकाश, संपादक |
राजनीति का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। मुद्दों से भटक रही राजनीतिक पार्टियां अपने बेलगाम नेताओं के कारण भर्त्सना का पात्र बनती जा रही हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के पूर्व सांसद रमेश विधूूूड़ी ने जिस तरह कांग्रेसी नेता और सांसद प्रियंका गांधी और दिल्ली की सीएम आतिशी पर अभद्र टिप्पणी की उससे भले ही राजनीतिक भूचाल मचा हो लेकिन चुनाव आयोग ने अपना सख्त रुख दिखाकर पार्टियों को सचेत भी कर दिया है।
राजनीतिक दल आजकल जनता से जुड़े मुददें को उठाने में परहेज कर रहे है। अब उनका पूरा फोकस प्रत्याशियों के निजी चरित्र को निशाने बनाने पर लग गया है। पूर्व में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने जब बिहार की सड़कों की तुलना बालीवुड एक्ट्रेस हेमामालिनी के गालों से की थी तब उनकी पूरे देश में भर्त्सना की गई थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान शिवसेना उद्धव गुट के सांसद अरविंद सावंत ने मुंबा देवी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल के प्रचार के दौरान आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने शिवसेना एकनाथ शिंदे पार्टी की उम्मीवार साइना पर कमेंट करते हुए कहा था कि यहां इंपोर्टेड माल नहीं चलता, ओरिजिनल माल चलता है। साइना ने सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी बीच शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत के भाई सुनील राउत ने शिवसेना (शिंदे गुट) की प्रत्याशी को बकरी कहकर उनका अपमान किया।
उन्होंने कहा था कि चुनाव के बाद बकरी कटेगी। दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भाजपा के पूर्व सांसद रमेश विधूड़ी ने कांग्रेसी सांसद प्रियंका गांधी के गालों की तुलना सड़क से कर दी थी। बाद में उनको माफी मांगनी पड़ी। यहीं नहीं बाद में दिल्ली की सीएम आतिशी पर भद्दा कमेंटस करते हुए कहा था कि आतिशी ने अपना बाप बदल लिया है। इस तरह के भद्दे कमेंटस को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कड़ा रुख अपनाया है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत की ओर से कंगना रानोत के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर उन्हें नोटिस जारी तक जवाब मांगा था।
कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल प्लैटफॉर्म्स की चेयरपर्सन सुप्रिया श्रीनेत्र ने गत वर्ष हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी उम्मीदवार बनी बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत को लेकर एक अश्लील तस्वीर पोस्ट कर भद्दा कमेंट किया गया था। देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गया था और सोशल मीडिया पर लोग सुप्रिया श्रीनेत और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। राजनीति के गिरते स्तर और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियों को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने साफ शब्दों में कहा है कि महिलाओं के विषय में कोई गलत बात बोले, उसकी जितनी भर्त्सना की जा सके, उतनी की जानी चाहिए। सभी को मिलकर भर्त्सना करनी चाहिए। हमने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। गंदी टिप्पणियां नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा मैं आगाह कर रहा हूं कि अगर हद पार करेंगे, बच्चों का उपयोग करेंगे, महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी करेंगे, तो हम अनुमति नहीं देंगे। माताओं और बहनों के बारे में ऐसे बोलेंगे, तो यह शर्मनाक है। अगर आप हद पार करेंगे, तो हम मामला दर्ज कराएंगे। हैरानी की बात यह है कि नारी सशक्तिकरण का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के सांसद अगर इस तरह महिलाओं को निशाना बनाएंगे और शीर्ष नेतृत्व खामोश रहेगा फिर कैसे लोग इस पार्टी के प्रति पाजिजिटव सोचेंगे। ऐसा नहीं है सिर्फ भाजपा के कुछ सांसद ही ऐसा कर रहे हैं। दिल्ली में आप के नेता ने भी हेमा मालिनी के नाम पर कमेंटस किया था।