मेरठ। सीएए लागू होने के बाद रमजान के पहले जुमे की नमाज को लेकर शहर में हाई अलर्ट रहा। इस दौरान शहर के प्रमुख चौराहे व मजिस्दों के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रही। मस्जिदों के बाहर अतिरिक्त भीड़ नहीं जुटने दी गई। कई जगह ड्रोन से भी निगरानी की गई।
वर्ष 2019 में सीएए का प्रस्ताव पास होने के बाद जुमे की नमाज के बाद ही शहर में बवाल हुआ था। ऐसे में इस बार सीएए को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकस नजर आया। हापुड़ रोड स्थित जामा मस्जिद पर सबसे ज्यादा सुरक्षा घेरा मजबूत रहा। वहीं अन्य मस्जिदों के आसपास भी पुलिस फोर्स तैनात रहा। पिछली बार हुई चूक से सबक लेते हुए इस बार पुलिस प्रशासन ने कई दिन पहले से तैयारी शुरू कर दी थी।
शहर के सबसे संवेदनशील माने जाने वाले हापुड़ अड्डा चौराहा के आसपास की गलियों से लेकर एल ब्लॉक तिराहा तक पुलिस फोर्स के साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहा।
कल शाम कर ली थी तैयारी
गुरुवार को पुलिस लाइन में आईजी रेंज नचिकेता झा ने एसएसपी, एडिशनल एसपी, सर्किल सीओ और थाना प्रभारियों को दिशा-निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि थानेदार संवेदनशील इलाकों का जायजा लें और वहां धर्मगुरुओं को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में समझाएं।
आईजी ने बताया कि पहले से ही संवेदनशील जगहों पर प्रदर्शन होने वाली जगह पर विशेष रूप से निगरानी और सतर्कता रखने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जुमे पर किसी को नमाज से नहीं रोका जाएगा, लेकिन इस बात का ध्यान रखना होगा कि कहीं अतिरिक्त भीड़ एकत्र न हो। आईजी ने बताया कि जिन जगहों पर पहले से प्रदर्शन हो चुके हों, वहां विशेष रूप से पीएसी कंपनी और क्यूआरटी को तैनात किया जाएगा।
सोशाल मीडिया पर रही पैनी नजर
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि संवेदनशील इलाके में फोर्स के साथ फ्लैग मार्च करने के साथ ही ड्रोन कैमरे से निगरानी की गई। किसी भी तरह की गलत अफवाह फैलाने वालों पर भी सख्ती से नजर रखने के साथ आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी।