मेरठ। एक युवक ने अपने सौतेले पिता का वारिस बनकर मृतक आश्रित कोटे से लोक निर्माण विभाग में नौकरी हासिल कर ली। आरोपी युवक के पड़ोसी ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कोर्ट के आदेश पर फर्जीवाड़े में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मामले को लेकर नौचंदी थाना क्षेत्र के जैदी फार्म निवासी इन्तखाब आलम पुत्र डॉ. बदरे आलम ने सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि उनके पड़ोसी इरशाद अली पीडब्ल्यूडी में सहायक अभियंता थे। पहली पत्नी निशात बेगम से उनकी दो बेटी नाजिया व नरगिस और बेटा मोहम्मद जुबैर हैं। निशात बेगम का देहांत वर्ष 2006 में हो गया था। बीमारी के चलते इरशाद अली का निधन भी सरकारी नौकरी के सेवाकाल में हो गया था। वर्ष 2017 में इरशाद अली ने एक वैसीयत की थी। जिसमें बताया था कि पहली पत्नी के निधन के बाद उन्होंने नूरजहां बेगम से दूसरी शादी की थी। नूरजहां से उन्हें कोई संतान नहीं है। अक्तूबर 2023 में उन्हें पता चला कि नूरजहां बेगम ने अपने पहले पति के पुत्र मोहम्मद साजिद को साजिश के तहत इरशाद अली का वारिस दिखाकर डीएम कार्यालय से गलत तथ्यों पर आधारित वारिसान प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। इसके आधार पर मोहम्मद साजिद ने लोक निर्माण विभाग में मृतक आश्रित कोटे में नौकरी हासिल कर ली।
इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्यायालय के आदेश पर सिविल लाइन थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।